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Wednesday, September 24, 2014

Ganapati ji ki seva - गणपति की सेवा मंगल मेवा


गणपति की सेवा मंगल मेवा, सेवा से सब विघ्न टले 

तीन लोक के सकल देवता, द्वार खड़े नित अर्ज करैं
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

रिद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजें, अरु आनन्द सों चमर करैं
धूप-दीप अरू लिए आरती भक्त खड़े जयकार करैं
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

गुड़ के मोदक भोग लगत हैं मूषक वाहन चढ्या सरैं
सौम्य रूप को देख गणपति के विघ्न भाग जा दूर परैं
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

भादो मास अरु शुक्ल चतुर्थी दिन दोपारा दूर परैं।
लियो जन्म गणपति प्रभु जी दुर्गा मन आनन्द भरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

अद्भुत बाजा बजा इन्द्र का देव बंधु सब गान करैं।
श्री शंकर के आनन्द उपज्या नाम सुन्यो सब विघ्न टले ॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

आनि विधाता बैठे आसन, इन्द्र अप्सरा नृत्य करैं।
देख वेद ब्रह्मा जी जाको विघ्न विनाशक नाम धरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

एकदन्त गजवदन विनायक त्रिनयन रूप अनूप धरैं।
पगथंभा सा उदर पुष्ट है देव चन्द्रमा हास्य करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

देशराप श्री चन्द्रदेव को कलाहीन तत्काल करैं।
चौदह लोक में फिरें गणपति तीन लोक में राज्य करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

उठि प्रभात जप करैं ध्यान कोई ताके कारज सर्व सरैं।
पूजा काल आरती गावैं ताके शिर यश छत्र फिरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।

गणपति की पूजा पहले करने से काम सभी निर्विघ्न सरैं।
सभी भक्त गणपति जी के हाथ जोड़कर स्तुति करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा...।


In English - 


Ganapati Ki Seva Mangal Meva, Seva Se Sab Vighna Talee
Tina Loka Ke Sakala Devata, Dvara Khare Nita Araja Kare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

Riddhi Siddhi Dakshina Vaama, Viraje Aru Ananda So Chamara Kare।
Dhupa-Deepa Aru Liye Aarti Bhakta Khare Jaykara Kare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

Gura Ke Modaka Bhoga Lagat Hai Mushaka Vaahan Chadya-Sare
Saumya Roop Ko Dekh Ganapati Ke Vighna Bhaga Ja Door Pare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

Bhado Masa Aru Shukla Charturthi Dina Dopara Door Pare
Liyo Janma Ganapati Prabhu Ji Durga Man Ananda Bhare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

Adbhuta Baaja Baja Indra Ka Deva Bandhu Sab Gaana Kare
Shree Shankara ke Ananda Upajya Naam Sunyo Sab Vighna Tare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

Aani Vidhata Baithe Aasan Indra Apsara Nritya Kare
Dekha Veda Brahma Ji Jako Vighna-Vinashak Naam Dhare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

Ekadanta Gajavadan Vinayaka Trinayana Rupa Anupa Dhare
Pagakhambha Sa Udara Pushta Hai Dev Chandrama Hasya Kare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

De Shrapa Shri Chandradeva Ko Kalahina Tatkala Kare
Chaudaha Loka Me Phire Ganapati Tina Loka Me Rajya Kare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

Uthi Prabhat Jap Kare Dhyan Koi Taake Kaaraj sarva Sare
Puja Kala Aarti Gavai Taake Shira Yasha Chatra Phire
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...

Ganapati Ki Puja Pehle Karane Se Kaam Sabhi Nirvighna Sare।
Sabhi Bhakt Ganapati Ji Ke Hath Jodkar Stuti Kare
Ganapati Ki Seva Mangal Meva...।

Thursday, September 18, 2014

Ghalin Lotangan - घालीन लोटांगण

घालीन लोटांगण

घालीन लोटांगण, वंदीन चरण ।
डोळ्यांनी पाहीन रुप तुझें ।
प्रेमें आलिंगन, आनंदे पूजिन ।
भावें ओवाळीन म्हणे नामा ।।१।।
त्वमेव माता च पिता त्वमेव।
त्वमेव बंधुक्ष्च सखा त्वमेव ।
त्वमेव विध्या द्रविणं त्वमेव ।
त्वमेव सर्वं मम देवदेव।।२।।
कायेन वाचा मनसेंद्रीयेव्रा, बुद्धयात्मना वा प्रकृतिस्वभावात ।
करोमि यध्य्त सकलं परस्मे, नारायणायेति समर्पयामि ।।३।।
अच्युतं केशवं रामनारायणं कृष्णदामोदरं वासुदेवं हरिम।
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं, जानकीनायकं रामचंद्र भजे ।।४।।

हरे राम हर राम, राम राम हरे हरे ।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे

Shedur lal Chadayo - शेंदूर लाल चढायो

शेंदूर लाल चढायो अच्छा गजमुखको ||
दोंदिल लाल बिराजे सूत गौरीहरको ||
हाथ लिए गुड-लड्डू साईं सुरवरको ||महिमा कहे ना जाय लागत हूँ पदको || 1 ||
विघनाविनाशन मंगल मूरत अधिकारी ||
कोटि सूरजप्रकाश ऐसी छबि तेरी ||
गंड-स्थल मदमस्तक झूले शाशिहारी || 2 ||
संतति सम्पति सभी भरपूर पावे ||
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे ||
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे || 3 ||

Shendur Laal Chadhaayo Achchhaa Gajamukha Ko
Jai Jai Jai Jai Jai
Astha Sidhi Dasi Sankat Ko Bairi
Jai Jai Jai Jai Jai
Bhaavabhagat Se Koi SharaNaagat Aave
Jai Jai Jai Jai Jai
जय जय श्री गणराज विध्यासुखदाता || धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ||
अष्टो सिद्धि दासी संकटको बैरी ||
जय जय श्री गणराज विध्यासुखदाता || धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ||
भावभगत से कोई शरणागत आवे ||
जय जय श्री गणराज विध्यासुखदाता || धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ||

in English

Dondil Laal Biraaje Sut Gaurihar Ko
Haath Liye Gud Ladduu Saaii Sukhar Ko
Mahimaa Kahe Na Jaay Laagat Huun Pad Ko 

Jai Jai Jii Ganaraaj Vidyaasukhadaataa
Dhany Tumhaaro Darshan Meraa Mat Ramataa
Jai Dev Jai Dev

Vighan Vinashan Mangal Murat Adhikari
Koti Suraj Prakash Aise Chabi Teri
Gandasthal Madmastak Jhool Shashi Behari

Jai Jai Jii Ganaraaj Vidyaasukhadaataa
Dhany Tumhaaro Darshan Meraa Mat Ramataa
Jai Dev Jai Dev

Santati Sampatti Sabahii Bharapuur Paave
Aise Tum Mahaaraaj Moko Ati Bhaave
Gosaaviinandan Nishidin Gun Gaave

Jai Jai Jii Ganaraaj Vidyaasukhadaataa
Dhany Tumhaaro Darshan Meraa Mat Ramataa
Jai Dev Jai Dev

Wednesday, September 17, 2014

Shri Ganeshji ki arti - श्री गणेश जी की आरती






श्री गणेश जी की आरती

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा .
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥

एक दंत दयावंत, चार भुजाधारी .
माथे पे सिंदूर सोहे, मूषक  की सवारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया .
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥

हार चढ़ै, फूल चढ़ै और चढ़ै मेवा .
लड्डुअन को भोग लगे, संत करे सेवा ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥

दीनन की लाज राखो, शंभु सुतवारी .
कामना को पूर्ण करो, जग बलिहारी ॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥